घड़ी
आयोजन
ब्लॉग
बाज़ार
पृष्ठों
अधिक
চিঠি রাতের নির্জনতায় পুরোনো একটা চিঠি খুঁজে পেল রুবি। মায়ের হাতে লেখা—“ফিরে এসো, অপেক্ষায় আছি।” চোখ ভিজে উঠল। মা এখন নেই। কিন্তু সেই চিঠির গন্ধে আজো মায়ের আঁচল খুঁজে পায় রুবি।
और लोड करें
आप आइटम खरीदने वाले हैं, क्या आप आगे बढ़ना चाहते हैं?
sabuz hossain
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Nadim Ahmed
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?